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चिंता और तनाव से राहत पाने के लिए जाने होम्योपैथी कैसे काम करती हैं।

तनाव अक्सर दिखाई नहीं देता पर यह काफी ज्यादा नुकसानदायक हो सकता है। 

 

क्या आप इसके बारे में जानते हैं, कि चिंता और तनाव दुनिया भर में सबसे ज्यादा आम मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं में से एक है। आम तौर पर, तनाव बुरा और अच्छा दोनों हो सकता है, क्योंकि यह हमें थोड़े समय के लिए प्रेरित और प्रभावी ढंग से काम करने के लिए सहायता प्रदान कर सकता है, फिर चाहे वे समय सीमा को पूरा करना हो या फिर अपने आप को किसी खतरे से बचाना हो। पर जब किसी व्यक्ति का तनाव स्तर काफी ज्यादा पुराना हो जाता है, तो यह उसको थका सकता है और साथ ही कई तरह की सेहत समस्याओं को पैदा कर सकता है। 

जैसे कि, कई मामलों में, काम की समय सीमाओं से लेकर, अपनी खुद की जिम्मेदारिओं तक, तनाव हमारे जीवन में चुपचाप एक आधुनिक हिस्सा बन गया है। अध्ययनों के अनुसार, दुनिया भर में 75 प्रतिशत से भी ज्यादा लोग अपनी जिंदगी में हर दो हफ्ते में किसी न किसी रूप में तनाव का एहसास करते हैं। आपको बता दें, कि यह हमेशा काफी ज्यादा गुस्सा करने, ज्यादा उदासी महसूस करने, काफी ज्यादा खाना खाने या फिर नींद न आने के रूप में दिखाई दे सकता है। आम तौर पर, अगर समय रहते इसका इलाज न किया जाये, तो इसकी वजह से हृदय रोग, डिप्रेशन और यहां तक कि किसी भी चीज की लत लगना जैसी दीर्घकालिक बीमारियां पैदा हो सकती है। 

 

दरअसल तनाव के इलाज के लिए, व्यक्तिगत होम्योपैथिक दवाओं को बहुत ही ज्यादा फायदेमंद माना जाता है, जो आम तौर पर, बिना किसी साइड इफ़ेक्ट के आपके भावनात्मक और शारीरिक सेहत को ठीक करती हैं, चाहे वो चिंता हो, या फिर अचानक से होने वाली थकान हो, यह उपचार एक व्यक्ति को स्थाई शांति प्रदान करने के लिए जड़ से काम करता है। तो आइये इस लेख के माध्यम से जानते हैं, तनाव के लक्षण और साथ ही चिंता और तनाव में होम्योपैथिक दवाएं कैसे काम करती हैं? 

 

दीर्घकालिक तनाव के लक्षण 

 

वैसे, तो एक व्यक्ति में तनाव के कई तरह के लक्षण दिखाई दे सकते हैं, जैसे कि

1. ज्यादा चिड़चिड़ापन और मन की स्थिति में उतार चढ़ाव होना। 

2. नींद की गुणवत्ता खराब होना। 

3. चिंता या फिर रोजाना घबराहट के दौरे पड़ना। 

चिंता और तनाव के लिए होम्योपैथी कैसे काम करती है?

 

1. मन और शरीर को संतुलित करना: आमतौर पर होम्योपैथी बिना किसी बेहोशी के एक व्यक्ति के तंत्रिका तंत्र को शांत करने में सहायता प्रदान करता है। 

2. दीर्घकालिक उपयोग के लिए सुरक्षित: दरअसल इसमें किसी भी तरह की कोई भी आदत बनाने वाली दवा या फिर किसी भी तरह की कोई निर्भरता का जोखिम नहीं होता है। 

3. शारीरिक प्रभावों को कंट्रोल करना: होम्योपैथी एक व्यक्ति के पाचन और ऊर्जा स्तर को बहुत ही अच्छा बनाता है और साथ में नींद की गुणवत्ता में सुधार करता है। 

4. भावनात्मक ट्रिगर्स को लक्षित करना: यह अंतर्निहित दुःख, डर या फिर सदमे का समाधान करने में काफी ज्यादा मदद प्रदान करता है। 

 

चिंता और तनाव से राहत पाने के लिए सब से बढ़िया होम्योपैथिक दवायें

 

1. इग्नाटिया

2. काली फॉस

3. नैट्रम म्यूर 

4. जेल्सीमियम 

5. अर्जेंट्स नाइट्रिक्स 

निष्कर्ष:

चिंता और तनाव दुनिया भर में सबसे ज्यादा आम मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं में से एक है। समय सीमाओं से लेकर, अपनी खुद की जिम्मेदारिओं तक, तनाव हमारे जीवन में चुपचाप एक आधुनिक हिस्सा बन गया है। अगर समय रहते इसका इलाज न किया जाये, तो इसकी वजह से हृदय रोग, डिप्रेशन और यहां तक कि किसी भी चीज की लत लगना जैसी दीर्घकालिक बीमारियां हो सकती है। तनाव के लिए व्यक्तिगत होम्योपैथिक दवाओं को बहुत ही ज्यादा फायदेमंद माना जाता है। चिड़चिड़ापन और मन की स्थिति में उतार चढ़ाव होना और नींद की गुणवत्ता खराब होना यह सब दीर्घकालिक तनाव के लक्षण होते हैं, जिनको इग्नाटिया, काली फॉस, नैट्रम म्यूर, जेल्सीमियम, अर्जेंट्स नाइट्रिक्स जैसी होम्योपैथिक दवाओं के इस्तेमाल से ठीक किया जा सकता है। चिंता और तनाव के लिए होम्योपैथी, मन और शरीर को संतुलित और शारीरिक प्रभावों को कंट्रोल करती है। अगर आप किसी तरह की चिंता या फिर तनाव से जूझ रहे हैं, और आप इसका होम्योपैथिक इलाज चाहते हैं, तो आप आज ही डॉ. सोनल होम्योपैथिक क्लिनिक में जाकर अपनी अपॉइंटमेंट को बुक करवा सकते हैं और इसके इलाज के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

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उच्च रक्तचाप का होम्योपैथिक इलाज बिना किसी दुष्प्रभाव से पाएं आराम।

दरअसल, ब्लड प्रेशर का मतलब होता है, खून के प्रवाह की वजह से धमनियों पर बनने वाला दबाव। आम तौर पर, अगर आपको लगातार सिरदर्द, चक्कर आना या फिर बेचैनी जैसी समस्या महसूस होती है, तो यह असल में हाई ब्लड प्रेशर यानी कि उच्च रक्तचाप के संकेत हो सकते हैं। आपको बता दें, कि 120/80 mmHg के प्रेशर को नार्मल ब्लड प्रेशर कहा जाता है और 140/90 mmHg के प्रेशर को हाई ब्लड प्रेशर माना जाता है, जो की असल में, आपकी किडनी और दिमाग जैसे महत्वपूर्ण अंगों की सेहत के लिए नुकसान -दायक साबित हो सकता है। यह आम तौर पर एक “साइलेंट किलर” है, जो बिना किसी लक्षण के शरीर को धीरे-धीरे नुकसान पहुंचाता है। दरअसल, इस तरह की समस्या के लिए एक अच्छी खबर यह है, कि होम्योपैथिक इलाज से आप इस को प्राकृतिक रूप से कंट्रोल कर सकते हैं, वो भी बिना किसी साइड इफेक्ट के। इस लेख के माध्यम से, हाई ब्लड प्रेशर के कारण, लक्षण, और इस समस्या के लिए असरदार होम्योपैथिक दवाइयों के बारे में, जानकारी प्राप्त करेंगे। 

हाई ब्लड प्रेशर के कारण 

  1. मोटापा होना। 
  2. धूम्रपान करना। 
  3. ज्यादा मात्रा में शराब पीना। 
  4. ज्यादा मात्रा में नमक का सेवन करना। 
  5. नियमित व्यायाम न करना। 

हाई ब्लड प्रेशर के लक्षण 

आम तौर पर, ब्लड प्रेशर के स्तर को नार्मल बनाने और इस में अचानक होने वाले बदलाव को रोकने के लिए और शरीर के महत्वपूर्ण अंगों को नुकसान से बचाने के लिए ब्लड प्रेशर का इलाज करना बहुत ही ज्यादा जरूरी होता है। हाई ब्लड प्रेशर के लक्षण कुछ इस प्रकार हैं, जैसे कि

  1. रोजाना सिर में दर्द होना। 
  2. नज़र की समस्याएं होना। 
  3. नाक से खून आना। 
  4. सांस लेने में दिक्कत होना। 

हाई ब्लड प्रेशर का होम्योपैथिक इलाज

असल में, एक होम्योपैथिक डॉक्टर हाई ब्लड प्रेशर को ठीक करने के लिए, होम्योपैथिक दवाओं का चुनाव व्यक्ति के लक्षणों को बहुत ही ध्यान से देखने, शारीरिक जांच करने और अलग-अलग नैदानिक परिक्षणों के बाद किया जाता है। हाई ब्लड प्रेशर को ठीक करने के लिए प्रयोग की जाने वाली होम्योपैथिक दवाएं इस प्रकार हैं: 

  1. नैट्रम म्यूर

इस दवा का इस्तेमाल, विशेष रूप से उन लोगों के लिए किया जाता है, जिनका हाई बीपी के कारण, काफी ज्यादा सिर दर्द होता है, स्ट्रेस और इमोशनल ट्रॉमा बढ़ता है।

  1. बेलाडोना 

अगर हाई ब्लड प्रेशर के कारण आप का अचानक से सिर दर्द, तेज धड़कन और साथ ही चेहरा लाल हो जाए, तो इस तरह की स्थिति के लिए बेलाडोना दवा का उपयोग किया जा सकता है। 

  1. ग्लोनोइनम 

ग्लोनोइनम दवा का इस्तेमाल आम तौर पर, जब पूरे शरीर में नस फड़कने की भावना महसूस होना, तेज़ धड़कन, सिर में सनसनाहट जैसे संपन्न और गर्म मौसम में ब्लड प्रेशर बढ़ने पर किया जाता है। 

  1. रॉउवोल्फिया सर्पेंटिना 

रॉउवोल्फिया सर्पेंटिना दवा असल में, कुदरती रूप से ब्लड प्रेशर को कम करने में सहायता प्रदान करती है, विशेष रूप से अगर आपका लगातार हाई ब्लड प्रेशर का स्तर बढ़ रहा है, तो इस दवा का विकल्प बहुत ही अच्छा होता है। 

नोट: किसी भी समस्या के लिए इन होम्योपैथिक दवाइयों का इस्तेमाल करने से पहले एक बार किसी प्रमाणित होम्योपैथ डॉक्टर से सलाह जरूर लें। 

निष्कर्ष: उच्च रक्तचाप का समय पर इलाज न करने पर यह आपकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। इस तरह की समस्या के लिए होम्योपैथिक एक प्राकृतिक, सुरक्षित और प्रभावी उपचार हो सकता है, जिस को डॉक्टर की सलाह के साथ अपनाया जा सकता है। अगर आपको भी हाई ब्लड प्रेशर जैसी समस्या से जूझ रहे हैं, और आप इस समस्या का समाधान ढूंढ रहे हैं, तो आप आज ही डॉ. सोनल होम्योपैथिक क्लिनिक में जाकर अपनी अपॉइंटमेंट को बुक करवा सकते हैं और इसके विशेषज्ञों से इसके बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।