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हर्निया क्या है और इसके मुख्य लक्षण कौन-से है ? जाने कैसे किया जाता है होम्योपैथी में हर्निया का इलाज

आजकल की भागदौड़ भरी जीवन शैली होने के कारण प्रत्येक व्यक्ति कई तरह बिमारियों से घिरा हुआ है, जिस वजह वह कई तरह की बिमारियों का शिकार भी हो जाता है | जिनमें से एक है हर्निया रोग | यह समस्या तब उत्पन्न होती जब शरीर की मांसपेशियों अंदर से कमज़ोर हो जाती है | जब शरीर का एक हिस्सा से मांसपेशी या फिर ऊतक में छेद होकर उनके अंदर का अंग बाहर आ जाता है तो उसे मेडिकल टर्म में हर्निया का रोग कहा जाता है | यदि आप हर्निया रोग से पीड़ित है तो डॉ सोनल हीलिंग विथ होम्योपैथी आपकी पूर्ण रूप से मदद कर सकती है | उससे पहले आइये जान लेते है क्या है हर्निया रोग और इसके मुख्य लक्षण कौन-से है :

हर्निया रोग क्या है ?  

 

डॉ सोनल हीलिंग विथ होम्योपैथी संस्था के सीनियर कंसलटेंट डॉक्टर सोनल जैन ने यह बताया की हर्निया एक ऐसी समस्या है, जिसमें पेट का कोई अंदरूनी हिस्सा कमज़ोर मांसपेशी में छेदकर बाहर को आ जाता है | यह समस्या आमतौर पर नाभि के आसपास किसी भी हिस्से में उत्पन्न हो सकता है | हर्निया कोई आपातकालीन स्थिति नहीं है, लेकिन इस समस्या का सही पर इलाज करवाना बेहद ज़रूरी होता है, क्योंकि इलाज में देरी होने पर इससे पीड़ित व्यक्ति की मौत तक हो सकती है | हर्निया अक्सर पेट के दाहिने हिस्से में या फिर नाभि के आसपास क्षेत्र में उभरता है | अधिकतर मामलों में हर्निया से मेहनत करने वाले व्यक्ति, शरीर पर दबाव पड़ने से या फिर गर्भवस्था महिलाएं प्रभावित हो जाती है | आइये जानते है हर्निया रोग के मुख्य लक्षण कौन से है :- 

 

हर्निया रोग के मुख्य लक्षण कौन-से है ? 

 

  • पेट में अचानक से दर्द होना 
  • जी मिचलाना 
  • उल्टी आना  
  • पेट में लाल और जामुनी रंग के ऊतक का उभारना 
  • पेट में सूजन का आना 
  • वजनदार सामान उठा पर तीव्र दर्द होना 
  • अधिक समय तक खड़े होने पर पेट में दर्द होना    

  

हर्निया रोग के मुख्य कारण कौन-से है ?

 

  • कब्ज के कारण 
  • लगातार खांसी की समस्या 
  • आनुवंशिक कारणों से 
  • गर्भावस्था के दौरान 
  • वजनदार सामान उठाने से 
  • बढ़ती उम्र 
  • नशीली पदार्थों का सेवन करने से 
  • पेट में आंतरिक चोट लगने से 
  • समय से पहले बच्चे को जन्म देने से 

 

कैसे किया जाता है हर्निया का होम्योपैथिक में इलाज ?    

 

हर्निया एक ऐसी गंभीर समस्या है जिसका सही समय पर इलाज करवाना बेहद ज़रूरी होता है, क्योंकि समस्या गंभीर होने पर इससे पीड़ित व्यक्ति को इलाज के लिए सर्जरी तक करवाने की ज़रुरत पड़ सकती है | लेकिन घबराएं नहीं, होमियोपैथी में बहुत-सी ऐसी दवाएं मौजूद है, जिसके उपयोग से हर्निया रोग का सटीकता से इलाज किया जा सकता है, क्योंकि होमियोपैथी दवाओं से शरीर पर किसी भी प्रकार दुष्प्रभाव नहीं पड़ता और यह समस्या को जड़ से ख़तम करने में सक्षम होता है | 

यदि आप में से कोई भी व्यक्ति हर्निया रोग से पीड़ित है और एलॉपथी संस्था से इलाज करवाने के बाद भी उनकी स्थिति पर  किसी भी प्रकार का सुधार नहीं आ रहा है तो इलाज में डॉ सोनल हीलिंग विथ होमियोपैथी आपकी पूर्ण रूप से मदद कर सकता है | इस संस्था के सीनियर कंसलटेंट डॉक्टर सोनल जैन होमेओपथी उपचार में स्पेशलिस्ट है, जो पिछले 18 सालों से हर्निया से पीड़ित व्यक्तियों का होमेओपेथिक उपचार के माध्यम से इलाज कर उन्हें उनकी समस्याओं से छुटकारा दिलाने में मदद कर रही है | 

 

इसलिए परामर्श के लिए आज ही डॉ सोनल हीलिंग विथ होमियोपैथी नामक वेबसाइट पर जाएं और अपनी अप्पोइन्मेंट को बुक करें | इसके अलावा आप वेबसाइट पर दिए गए नंबरों से सीधा संस्था से संपर्क कर सकते है |      

 

      

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कौन-सी होम्योपैथिक दवाएं का उपयोग कर, पेट के मोटापे और चर्बी को कम किया जा सकता है ?

मोटापा या फिर वजन को कम करने के लिए हर हेल्थ और फिटनेस एक्सपर्ट्स द्वारा एक्सरसाइज, हेल्दी डाइट और हेल्दी लाइफस्टाइल को अपनाने की सलाह दी जाती है | वही कुछ लोग ऐस भी होते है जो घरेलू नुस्खे और कुछ दवाओं के सेवन से अपने वजन को कम करने की कोशिश किया करते है | इसी तरह से पेट के मोटापे और चर्बी को कम करने के लिए कुछ होम्योपैथिक दवाओं का उपयोग किया जाता है | फैट को कम करने के लिए कई तरह की होम्योपैथिक दवाएं उपलब्ध है | अगर आप पेट के मोटापे और चर्बी को कम करना चाहते है तो इसके लिए आप एलॉपथी के बजाए होम्योपैथी दवाओं का चुनाव कर सकते है, क्योंकि होम्योपैथिक दवा को बाकी दवाओं की तुलना में सबसे सुरक्षित माना जाता है | 

 

डॉ सोनल हीलिंग विद होम्योपैथी के सीनियर कंसलटेंट डॉक्टर सोनल जैन का यह कहना है कि पेट के मोटापे और चर्बी को कम करने के लिए होम्योपैथिक दवाओं का सेवन कर सकता है, क्योंकि होम्योपैथी इकलौती ऐसी दवा है, जिससे शरीर पर किसी भी प्रकार का दुष्प्रभाव नहीं पड़ता | इसलिए निसंकोच होकर कोई भी व्यक्ति पेट के मोटापे और चर्बी को कम करने के लिए इन दवाओं का सेवन कर सकता है | लेकिन बिना सुझाव के किसी भी प्रकार के दवाओं का सेवन करना सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है | इसलिए उनकी सलाह यही है की सबसे पहले अपने डॉक्टर से परामर्श करें और उनकी द्वारा निर्धारित दवाओं का ही सेवन करें | 

होम्योपैथी दवाओं की कुछ नियम         

 

यदि आप अपने पेट के मोटापे और चर्बी को कम करना होम्योपैथिक दवाओं का चाहते है तो इसके लिए नियम होते है, जिनका अनुसरण करना बेहद ज़रूरी होता है | डॉ सोनल जैन का मानना है की पेट की चर्भी को कम करने के लिए होमियोपैथी दवायें तभी काम करती है, जब उन दवाओं को सेवन करने वाला व्यक्ति ज़रूरी परहेजों पर ध्यान देता है | 

 

एक डॉक्टर सबसे पहले मरीज़ के मेडिकल इतिहास को देखता है की कहीं किसी चीज़ से उस मरीज़ को एलर्जी या फिर किसी भी तरह की कोई परेशानी तो नहीं, इसके बाद ही वह पेट के मोटापे और चर्बी को कम करने के लिए होम्योपैथिक इलाज की प्रक्रिया को शुरू करता है | वजन को कम करने के लिए होम्योपैथिक दवाओं के उपयोग के साथ-साथ खाने में वसा के उपयोग पर भी विशेष ध्यान दिया जाता है |   

 

मोटापे को कम करने के लिए होम्योपैथिक दवाएं 

 

यहाँ निम्नलिखित कुछ होम्योपैथिक दवाओं के नाम है, जिसके सेवन से पेट के मोटापे और चर्बी को तेज़ी से कम किया जा सकता है | लेकिन इन दवाओं का सेवन करने से पहले एक बार डॉक्टर से ज़रूर परामर्श कर लें, क्योंकि एक डॉक्टर स्थिति की जाँच-पड़ताल करने के बाद ही दवाएं निर्धारित करता है | 

 

  • कैल्केरिया कार्बोनिका 
  • नेट्रम म्यूर 
  • लाइकोपोडियम 
  • नक्स वोमिका 
  • एंटीमोनियम क्रूडम 

यदि आप में से कोई भी पेट के मोटापे और चर्बी की समस्या से परेशान है और अनेकों तरह के उपचारों और नुस्खों को अपनाने के बाद भी स्थिति पर किसी भी प्रकार का सुधार नहीं आ रहा है तो इलाज के लिए आप डॉ सोनल हीलिंग विद होम्योपैथी से परामर्श कर सकते है | इस संस्था के सीनियर कंसल्टेंट डॉक्टर सोनल जैन होम्योपैथी दवाओं में स्पेशलिस्ट है, जो पिछले 18 वर्षों से पीड़तों मरीज़ों का स्थायी रूप से इलाज कर रहे है | इसलिए परामर्श के लिए आज ही डॉ सोनल हीलिंग विद होम्योपैथी नामक वेबसाइट पर जाएं और अपनी अप्पोइन्मेंट को बुक करें इसके अलावा आप वेबसाइट पर दिए गयें नंबरों से सीधा संस्था से संपर्क कर सकते है |