रायनाइटिस और हे फीवर की तरह और भी ऐसी कई मौसमी एलर्जी होती है जिससे लाखों की संख्या में लोग जुझ रहे है | हलाकि एलोपैथिक दवा के सेवन और घरेलु उपचार से भी यह समस्या दूर नहीं होती | ऐसे समय पर आप होम्योपैथिक उपचार का सहारा ले सकते है | होम्योपैथिक उपचार एक ऐसा उपचार से जिससे कोई शरीर पर दुष्प्रभाव नहीं पड़ता और समस्या भी दूर हो जाती है |
डॉ सोनल जैन हीलिंग विथ होम्योपैथी के डॉक्टर सोनल जैन ने अपने यूट्यूब चैनल में पोस्ट यूट्यूब शॉर्ट्स के माध्यम से यह बताया कि दुनिया भर में लाखों लोग कई तरह के एलर्जी की समस्या से जूझ रहे है, जिससे कम करने के लिए लोग एलोपैथी दवाओं का सहारा लेते है, जो इस एलर्जी को कम करने के बजाये इससे बढ़ावा देते है | लेकिन होम्योपैथिक की दवाएं इन एलर्जी के लिए सबसे अच्छी दवा होती है, क्योंकि यह दवाएं सस्ती होती है और हर बार अपना कार्य करने में सक्षम भी होते है |
उदाहरण के लिए अगर बात करें हे फीवर जैसे एलर्जी की, तो यह एलर्जी अलग-अलग मौसम में भिन्न-भिन्न तरह के पदार्थों से शुरू हो जाता है | यह एलर्जी तब उजागर होती है आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली पराग जैसे हानिरहित पदार्थों को खतरनाक मानने लगती है और उससे रक्षा के लिए रसायन तत्व को छोड़ने लगती है | आइये जानते है इसके मुख्य लक्षण :-
- बार-बार छींक आना
- नाक का बहते रहना
- आंखे गीली रहना और खुजली होना
- गले में खुजली होना
- कान में जमाव होना
- सिरदर्द होता
- लगातार खाँसना आदि
ऐसे मौसमी एलर्जी के लिए कुछ होम्योपैथिक उपचार होते है, जो किसी योग्य होम्योपैथी से ही परामर्श किया जा सकता है | होम्योपैथी दवाओं के अन्य लाभ यह है कि यह अत्यंत किफायती होने साथ साथ शरीर के लिए सुरक्षित, विश्वसनीय और वास्तविक भी होते है | यह बात तो सभी जानते है की होम्योपैथिक दवाओं का कोई दुष्प्रभाव नहीं होते | यह समस्या को तेज़ी से ठीक भी करता है और इससे रोकथाम के लिए संकेत भी करता है |
यदि आप भी किसी एलर्जी से परेशान हो और इलाज करवाना चाहते हो तो आप डॉ सोनल जैन हीलिंग विथ होम्योपैथी से परामर्श कर सकते है,इस संस्था के डॉक्टर सोनल जैन होम्योपैथिक दवाओं में एक्सपर्ट है, जो आपके इस समस्या को कम करने में आपकी मदद कर सकते है |