Categories
Homeopathic Doctor homeopathic medicine homeopathy

मिस आरती रोबिन ने बताया डॉक्टर सोनल ने कैसे किया डरमोइड सिस्ट का होम्योपैथी से इलाज ?

डॉक्टर सोनल हीलिंग विथ होम्योपैथी के यूट्यूब चैनल में पोस्ट एक वीडियो के माध्यम से होम्योपैथी दवाओं से मिले सफलतापूर्वक इलाज के बारे में बताते हुए एक मरीज़ ने यह कहा की उनका नाम आरती रोबिन है | इस संस्था के बारे में उन्हें सर्च इंजन में रिसर्च के दौरान पता चला था, जहां उन्हें वेबसाइट में बने समीक्षा अनुभाग में इस संस्था के बारे में जाना की कैसे यह होम्योपैथी दवाओं के माध्यम से सभी मरीज़ों का सटीक इलाक़ कर रहे है | इसी से प्रेरित होकर उन्होंने डॉक्टर सोनल हीलिंग विथ होम्योपैथी से इलाज करवाने का निर्णय लिया | 

 

जब पहली बार उनकी मुलाकात डॉक्टर सोनल जैन से हुई तो डॉक्टर ने एक से डेढ़ घंटे का समय लिया उनकी परेशानी को समझने का | सबसे खासियत वाली बात तो यह है की डॉक्टर सोनल जैन ने उनके बचपन से अब तक के पूरे इतिहास के बारे पुछा जैसे की उन्हें पहले कोई समस्या तो नहीं थी, कोई मेजर ऑपरेशन तो नहीं हुआ है और भी कई ऐसे बातों को जानने का प्रयास किया, जो उन्हें काफी प्रभावशाली लगा, क्योंकि यहाँ आने से पहले उन्होंने कई डॉक्टरों से अपना इलाज करवाया है, लकिन डॉक्टर सोनल जैन जैसे व्यवहार आजतक उन्हें और कहीं से भी देखने को नहीं मिला था |  

डॉक्टर सोनल जैन ने न केवल उनकी समस्याओं को भी समझा बल्कि इस समस्या का उपचार भी किया | इस समस्या के इलाज के लिए डॉक्टर ने कुछ होम्योपैथी दवाएं निर्धारित की थी | हालाँकि शुरुआत दिनों में उन्हें दवाओं के सेवन से काफी संदेह हो रहा था, लेकिन सेवन के कुछ ही हफ़्तों बाद डरमोइड सिस्ट से होने वाले प्रभाव काफी कम होने लग गए थे | 

 

इससे जुड़ी अधिक जानकारी के लिए दिए गए लिंक पर क्लिक करें और इस वीडियो को पूरा देखिए | इसके अलावा आप डॉक्टर सोनल हीलिंग विथ होम्योपैथी नामक यूट्यूब चैनल पर भी विजिट र सकते है | इस चैनल पर इस विषय संबंधी संपूर्ण जानकारी पर वीडियो बनाकर पोस्ट की हुई है |      

 

यदि आप में से कोई भी व्यक्ति किसी भी प्रकार की समस्या से जूझ रहा है और एलोपैथी इलाज कराने के बाद भी स्थिति में किसी भी प्रकार का सुधार नहीं आ रहा तो होम्योपैथी इलाज के लिए आज ही डॉक्टर सोनल हीलिंग विथ होम्योपैथी नामक वेबसाइट पर जाएं और अपनी अप्पोइन्मेंट को बुक करें | इसके अलावा आप वेबसाइट में मौजूद नंबरों से भी संपर्क कर सकते है |      

Categories
Hindi Homeopathic Doctor homeopathic medicine homeopathy

फैटी लीवर क्या है ? जाने होम्योपैथिक उपचार से कैसे किया जा सकता है फैटी लीवर का इलाज

डॉ सोनल जैन हीलिंग विथ होम्योपैथी के सीनियर कंसलटेंट डॉक्टर सोनल जैन ने अपने यूट्यूब चैनल मे पोस्ट एक यूट्यूब शोर्टस के माध्यम से यह बताया कि हर व्यक्ति के शरीर में मौजूद लीवर शरीर का सबसे बड़ा अंग होता है, जो भोजन को पचाने, शरीर के ऊर्जा को जमा करने और शरीर में मौजूद विषैले पदार्थ को बाहर निकालने में मदद करता है | यदि बात करें तो फैटी लीवर की यह एक ऐसी स्थिति होती है, जिसमे अनियमित रूप से वसा लीवर में जमा होने लग जाते है | दरअसल लीवर में मौजूद वसा की मात्रा यदि बहुत कम है तो यह सामन्य-सी बात होती है ओर इससे किसी भी प्रकार का खतरा नहीं होता, लेकिन अगर लीवर में मौजूद वसा इसके वजन से 5 प्रतिशत अधिक है तो इस समस्या को फैटी लीवर या फिर वसायुक्त कहा जाता है | 

डॉक्टर सोनल जैन ने यह भी बताया की फैटी लीवर दो प्रकार के होते है, पहला है नॉन-अल्कोहलिक फैटी लीवर और दूसरा है अल्कोहलिक फैटी लीवर | आइये जानते है दोनों में क्या अंतर है :- 

 

  • नॉन-अल्कोहलिक फैटी लीवर :- यह समस्या भी दो प्रकार के होते है पहला जो साधारण फैटी लीवर की समस्या होती है, उसमे बिना लीवर की कोशिकाओं में सूजन के वसा एकत्रित होने लग जाते है, साथ ही इसकी जटिलताओं का जोखिम खतरा भी बहुत कम होता है और जो दूसरा नॉन-अल्कोहलिक फैटी लीवर होता है उसे स्टीटोहेपेटाइटिस के नाम से से भी जाना जाता है, जो लीवर की कोशिकाएं में सूजन और लीवर को अन्य नुकसान भी पहुंचाने लग जाता है |

 

  • अल्कोहलिक फैटी लीवर :- जो व्यक्ति शराब और धूम्रपान जैसे नशीली पदार्थों का सेवन सबसे अधिक करता है वह  अल्कोहलिक फैटी लीवर का शिकार हो जाता है | 

 

यदि आप भी फैटी लिवर जैसी समस्या से गुज़र रहे है और इलाज करवाना चाहते है तो इसके लिए आप डॉ सोनल जैन हीलिंग विथ होम्योपैथी से परामर्श कर सकते है | इस संस्था के सीनियर कंसलटेंट डॉक्टर सोनल जैन होम्योपैथिक उपचार में स्पेशलिट है,  जो होम्योपैथिक दवाओं का उपयोग कर इस समस्या को कम करने में आपकी पूरी तरह से मदद कर सकते है | इसलिए डॉ सोनल जैन हीलिंग विथ होम्योपैथी की वेबसाइट पर जाएं  और आज ही अपनी अप्पोइन्मनेट को बुक करें या फिर वेबसाइट पर दिए गए नंबरों से भी संपर्क कर सकते है | 

 

इससे जुड़ी अधिक जानकारी के लिए आप डॉ सोनल जैन हीलिंग विथ होम्योपैथी नामक वेबसाइट पर भी विजिट कर सकते  है | इस चैनल पर इस विषय संबंधी पूरी जानकारी पर वीडियो बनाकर पोस्ट की हुई है |

Categories
Allergy Hindi

साइनोसाइटिस क्या होता है और जाने कैसे किया जाता है होम्योपैथिक उपचार से इस समस्या का इलाज ?

डॉ सोनल हीलिंग विथ होम्योपैथी की सीनियर कंसल्टेंट डॉक्टर सोनल जैन ने अपने यूट्यूब चैनल में पोस्ट एक यूट्यूब वीडियो में यह बताया की साइनोसाइटिस एक ऐसी समस्या होती है जिसमें आपके साइनस के ऊतकों में सूजन की समस्या उत्पन्न हो जाती है और साइनस के स्थान पर म्यूकस और कीटाणु भर जाते है | जिस वजह से साइनस टिशू सर्दी, एलर्जी से संक्रमित होकर सूज जाती है, जो साइनस के प्रवेश को बंद कर उस मार्ग पर म्यूकस को फंसा देती है | उस मार्ग में म्यूकस का जमा होने के कारण सिरदर्द और दबाव जैसे लक्षण दिखाई देने शुरू हो जाते है | 

 

आसान भाषा में बात करें तो साइनोसाइटिस एक ऐसी समस्या है, जिससे पीड़त व्यक्ति के गले और नाक में सूजन और इन्फेक्शन हो जाता है | हलाकि इलाज करने के बाद भी गले और नाक का इन्फेक्शन तब तक ठीक नहीं होता, जब तक यह साफ़ नहीं हो जाता | आइये जानते है साइनोसाइटिस के मुख्य लक्षण कौन-कौन से होते है :- 

 

  • नाक का बंद होना 
  • गले और नाक में जलन होना
  • चेहरे पर दबाव पड़ना और दर्द होना 
  • गंध के प्रति कम अनुभूति होना 

 

यदि बात करें कि साइनस क्या होता है तो यह आपके सिर में मौजूद चार युग्मित गुहाएँ होती है, जो संकीर्ण मार्ग को आपस में जोड़ती है | आमतौर पर साइनस का कार्य बलगम बनाना होता है, जो नाक के मार्ग से बाहर की तरफ निकलता है | इसके साथ ही जल निकासी नाक को साफ़ और कीटाणु जैसे रोगजनकों से मुक्त रखने में मदद भी करती है | 

 

डॉक्टर सोनल जैन ने यह भी बताया की साइनोसाइटिस से पीड़ित व्यक्ति कई बार इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए एलॉपथी दवाओं का सहारा ले लेते है, जो समस्या को कम करने के बजाये, इसे बढ़ावा देने का काम करती है | लेकिन घबराएं नहीं साइनोसाइटिस का होम्योपैथिक उपचार की मदद से आसानी से इलाज किया जा सकता है, क्योंकि होम्योपैथी दवाओं से शरीर पर किसी भी प्रकार का दुष्प्रभाव पड़ता और साथ ही यह समस्या को जड़ से ख़तम करने में मदद भी करते है | 

 

यदि आप ही साइनोसाइटिस की समस्या से पीड़ित हो तो इलाज के लिए आज ही डॉ सोनल हीलिंग विथ होम्योपैथी नामक वेबसाइट पर जाएं और अपनी अप्पोइन्मेंट को बुक करें | आप चाहे तो वेबसाइट में मौजूद नंबरों से भी संपर्क कर सकते है |

 

इससे जुड़ी अधिक जानकारी के लिए आप दिए गए लिंक पर क्लिक कर इस वीडियो को पूरा देखें | इसके आलावा आप डॉ सोनल हीलिंग विथ होम्योपैथी नामक यूट्यूब चैनल पर भी विजिट कर सकते है |    

Categories
Hindi homeopathic medicine

एक्जिमा क्या होता है और इसके मुख्य लक्षण कौन से है ? जाने होम्योपैथी से कैसे करें इसका इलाज

डॉ सोनल हीलिंग विथ होम्योपैथी के सीनियर डॉक्टर सोनल जैन ने अपने यूट्यूब चैनल में पोस्ट एक यूट्यूब शॉर्ट्स में यह बताया कि आज के समय में सबसे आम होने वाली समस्या में से एक है एक्जिमा, एक्जिमा एक किस्म की ऐसी समस्या है जिससे सामान्य-सी  दिखने वाली स्थिति भी त्वचा में लाल और सूजन जैसे विकार उतपन्न हो जाते है | त्वचा में कभी यह सुखी पपड़ी की तरह भी दिख सकता है या फिर कभी यह धब्बों के तरह भी दिख सकता है और कई बार गंभीर स्थिति होने पर यह छालों में परिवर्तित भी हो सकता है |   

 

अगर बात करें की एक्जिमा क्या होती है तो यह त्वचा से जुड़ी एक ऐसी समस्या है, जिससे पीड़ित व्यक्ति को अपनी त्वचा  पर खुजली, लालिमा, सूजन और सूखापन जैसी समस्या होने लग जाती है | यह समस्या अक्सर शरीर की त्वचा पर पैच के रूप में दिखाई देने लग जाते है, जो पपड़ीदार और रिसने वाले तरल पदार्थ में परिवर्तित हो जाते है | हालाँकि इस समस्या से पीड़ित व्यक्ति काफी असुविधाजनक हो जाता है, लेकिन एक्जिमा किसी भी तरह का संक्रामक नहीं होता है | यह एक तरह की चलनसार स्थिति होती है, जिसे होम्योपैथी की दवाओं से इसे प्रंबंधित और इसके लक्षण को कम किया जा सकता है | 

आइये जानते है एक्जिमा के मुख्य लक्षण कौन से :-    

 

एक्जिमा के प्रमुख लक्षण 

 

  • त्वचा में काफी खुजली होना  
  • सुखी त्वचा या फिर लालिमा होना 
  • खारिश के बाद त्वचा का सूज जाना
  • पपड़ीदार या फिर रिसने वाले पैच का उत्पन्न होना 
  • त्वचा पर गोल सा दाग पड़ना या फिर छाले पड़ना 
  • किसी भी तरह की चीज़ से आपकी त्वचा का संवेदनशील होना 

 

लेकिन इस बात का खासकर ध्यान रखें कि हर व्यक्ति में एक्जिमा के लक्षण अलग-अलग तरह से भी दिखाई देते है | यदि आप भी एक्जिमा की समस्या से गुज़र रहे है और होम्योपैथी इलाज करवाना चाहते है तो इसमें डॉ सोनल हीलिंग विथ होम्योपैथी आपकी संपूर्ण रूप से मदद कर सकता है | बाकियों दवाओं की तुलना में होम्योपैथी एकलौती ऐसी दवा है, जिससे शरीर पर किसी भी प्रकार के दुष्प्रभाव नहीं पड़ते | इस संस्था के सीनियर कंसलटेंट डॉक्टर सोनल जैन होम्योपैथी दवाओं में स्पेशलिस्ट है जो इस समस्या को कम करने में आपकी मदद कर सकते है |

 

इसलिए आज ही  सोनल हीलिंग विथ होम्योपैथी नामक वेबसाइट पर हैं और अपनी अप्पोइन्मेंट को बुक करें | इससे जुड़ी अधिक जानकारी के लिए आप वेबसाइट पर दिए गए नंबरों से भी संपर्क कर सकते है या फिर डॉक्टर सोनल जैन हीलिंग विथ होम्योपैथी क्लिनिक नामक यूट्यूब चैनल पर भी विजिट कर सकते है| इस चैनल पर आपको इस विषय से जुड़ी संपूर्ण जानकारी पर वीडियो प्राप्त हो जाएगी |     

Categories
Homeopathic Doctor

A Satisfactory Journey Of Dermoid Cyst Treatment With Dr Sonal’s Healing With Homeopathy

Health problems can be known on your door anytime. Some health problems disappear quickly while some stay for longer, incurring challenges to normally get through your daily routine. While allopathy has been playing a crucial role in treating health problems, it is not always the absolute solution to good health. 

In this video, the patient, Aarti Robin, talks about her treatment of a Dermoid Cyst with Dr Sonal’s Healing With Homeopathy. Many people have been able to improve their health with the help of homoeopathy. The patient explains that Dr Sonal took her time to thoroughly assess her condition before providing her with treatment. 

The patient was able to find the right Dr after several visits to a number of clinics. However,  the method of assessment, as well as the procedure itself, were impressively effective only with Dr Sonal’s Healing With Homeopathy. 

 

The patient was experiencing several other issues along with Dermoid Cyst, such as dandruff and cervical pain. After assessing the patient’s condition, the doctor gave her treatments to fix the problems. To health your body and give it the care it deserves, contact Dr Sonal’s Healing with Homeopathy and find relief from pain and discomfort. 

Categories
Skin Treatment

मानसून के मौसम में आयुर्वेदिक तरीके से बालों की देखभाल कैसे करें ?

बालों को स्वास्थ्य रखना है या उनको खराब करना है इसका कही न कही संबंध मानसून के साथ काफी नजदीकी तौर पर है। पर अगर मानसून की वजह से आपके बालों में किसी भी तरह की समस्या आ जाए तो आप कैसे आयुर्वेदिक और होम्योपैथिक तरीके से खुद का बचाव कर सकते है इसके बारे में आज के लेख में चर्चा करेंगे ; 

बालों को मानसून से बचाने के लिए किन बातों का ध्यान रखें !

तेल मालिश जरूर करें :

मानसून के दौरान सिर में खुजली, रूसी, बालों का झडऩा और रूखापन आना आदि समस्याएं होना आम बात है, क्योंकि यह मौसम काफी उमस भरा होता है, जिसके कारण काफी पसीना आता है। अगर आप अपने सिर इन समस्याओं से बचाए रखना चाहते है तो नियमित रूप से हल्के हाथों से पूरे सिर की तेल से मालिश करें। तिल या फिर बादाम का तेल बालों के स्वास्थ्य में सुधार करने समेत रूसी और खुजली जैसी समस्याओं से राहत दिला सकता है।

मानसून में होममेड हेयर पैक लगाना न भूले :

होममेड हेयर पैक बनाने के लिए दो बड़ी चम्मच मेथी के दानों को रातभर के लिए पानी में भिगो दें, फिर अगली सुबह उन्हें मिक्सी में पीसकर एक कटोरी में निकालें। अब कटोरी में एक बड़ी चम्मच एलोवेरा जेल और आधी बड़ी चम्मच तिल का तेल डालकर मिलाएं। सिर धोने से एक घंटे पहले इस मिश्रण को पूरे स्कैल्प और बालों की लंबाई में लगाएं। यह होममेड पैक सिर को मानसून की कई समस्याओं से बचाए रखने में आपकी काफी मदद करेगा।

बालों को स्वस्थ रखने के लिए डाइट टिप्स :

अपने आहार में ऐसे खाद्य पदार्थ शामिल करें, जो बालों को पोषित करने में मदद कर सकें। जैसे बादाम बायोटिन से भरपूर होते है और स्वस्थ बालों के विकास के लिए उपयोगी होते है। इसके अतिरिक्त, कैल्शियम और मैग्नीशियम से भरपूर तिल के बीज बालों को पोषण देते है। आप अपने दैनिक आहार में भुने हुए तिल को सलाद और चटनी में मिलाकर खा सकते है। हरी सब्जियां भी बालों के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है।

बारीश में भीग जाएं तो बालों को जरूर धोएं :

जब कभी बारिश में आपके बाल भीग जाएं तो उन्हें जरूर धोएं क्योंकि बालों में फंसा बारी का अम्लीय पानी आपके स्कैल्प के पीएच को असंतुलित कर सकता है, जिससे बालों की समस्या और भी बढ़ सकती है। इसलिए बारिश में भीगने के बाद अपने बालों को एक गुणवत्तापूर्ण शैंपू और कंडीशनर से साफ करें। इसके बाद अपने सिर को प्राकृतिक तरीके से सुखाएं। 

अगर उपरोक्त बातों से आपके बालों की समस्या दूर न हो तो इससे बचाव के लिए आपको मुंबई में होम्योपैथिक डॉक्टर से भी इसके बारे में सलाह जरूर लेनी चाहिए।

मानसून में बालों की देखभाल को कैसे समझे ?

जैसे ही बारिश की बूंदों की हल्की लय हमारे परिवेश को घेर लेती है, मानसून का मौसम आता है, जो एक अनूठा आकर्षण और चिलचिलाती गर्मी से बहुत जरूरी राहत लेकर आता है। जैसे ही बारिश धरती को भिगोती है, वात और पित्त दोष अक्सर अपना संतुलन खो देते है। वात, जो गति और शुष्कता को नियंत्रित करता है, सिर की त्वचा को शुष्क और भंगुर बालों का कारण बन सकता है। बढ़ी हुई गर्मी और आर्द्रता पित्त दोष को बढ़ा सकती है, जिससे सिर में संक्रमण, रूसी और बाल झड़ने की समस्या हो सकती है। इसलिए, मानसून का मौसम हमारे कीमती बालों पर विशेष ध्यान और देखभाल की मांग करता है। 

अगर बालों की देखभाल करने के बाद भी अगर आपके बालों का हाल खराब होते जा रहा है, तो इससे बचाव के लिए आपको मुंबई में होम्योपैथिक क्लिनिक के संपर्क में आना चाहिए।

सुझाव :

मानसून के मौसम में महिलाओं को अपने बालों का ख्याल अच्छे से रखना चाहिए, और वे अपने बालों का ख्याल कैसे रख सकती है, इसके बारे में हम आपको उपरोक्त बता चुके है। लेकिन इन सब के बाद भी अगर स्थिति उनके बालों की खराब होते जाए तो इससे बचाव के लिए उनको डॉ. सोनल होम्योपैथिक क्लिनिक का चयन करना चाहिए।

निष्कर्ष :

मानसून के दौरान हम अपने बालों का अच्छे से ध्यान नहीं रख पाते जिसकी वजह बाल काफी ख़राब हो जाते है। पर बालों का अच्छे से ध्यान रख कर आप झड़ते बालों या रूखे बालों की समस्या से खुद का बचाव आसानी से कर सकते है। इसके अलावा मानसून के मौसम में बालों की रक्षा करने के लिए किन बातों का ध्यान रखना चाहिए इसके बारें में जानने के लिए अपने डॉक्टर से जरूर सलाह लें।

Categories
Depression Hindi Homeopathic Doctor

तनाव से बचाव के कौन-से उपचार और आहार है मददगार ?

तनाव आधुनिक जीवन का एक सामान्य पहलू है, जो हर उम्र के लोगों को प्रभावित करते है। यह कई प्रकार की शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकता है। हालाँकि, ऐसे कई उपचार और आहार है जो तनाव को कम करने और समग्र कल्याण को बढ़ावा देने में मदद कर सकते है। तो इस ब्लॉग में, हम कुछ प्रभावी तरीकों और घरेलु उपाय के बारे में पता लगाएंगे, जो आपको तनाव से दूर रख सकें ;

तनाव को कम करने के कौन-से उपाय है मददगार ?

नियमित व्यायाम :

व्यायाम एक तनाव निवारक तरीका है। यह एंडोर्फिन जारी करता है, जो शरीर के प्राकृतिक मूड को बेहतर बनाता है, और तनाव हार्मोन को कम करता है। दैनिक व्यायाम दिनचर्या को अपने जीवन में शामिल करना आवश्यक है। पैदल चलना, जॉगिंग या योग जैसी गतिविधियाँ बेहतरीन विकल्प है।

 

गहरी सांस लेना :

गहरी साँस लेने के व्यायाम करना आसान है और इसका अभ्यास कभी भी, कहीं भी किया जा सकता है। वे तंत्रिका तंत्र को शांत करने और तनाव कम करने में मदद करते है। अपनी नाक से गहरी सांस लें, कुछ सेकंड के लिए अपनी सांस रोकें और अपने मुंह से धीरे-धीरे सांस छोड़ें। और आराम के लिए इसे कई बार दोहराएं।

 

पर्याप्त नींद लें :

नियमित नींद का शेड्यूल बनाए रखना महत्वपूर्ण है। हर रात 7 से 9 घंटे की गुणवत्तापूर्ण नींद का लक्ष्य रखें। नींद की कमी तनाव के स्तर को बढ़ा सकती है और दैनिक चुनौतियों से निपटने की आपकी क्षमता को ख़राब कर सकती है।

 

ध्यान :

तनाव कम करने के लिए ध्यान एक शक्तिशाली अभ्यास है। इसमें अपने दिमाग को केंद्रित करना और अव्यवस्थित विचारों की धारा को खत्म करना शामिल है। नियमित ध्यान सत्र भावनात्मक कल्याण में सुधार और चिंता को कम करने में मदद करते है।

 

शराब और कैफीन सीमित करें :

शराब और अत्यधिक कैफीन का सेवन तनाव को बढ़ा सकता है। इन पदार्थों का सेवन कम करें, खासकर तनावपूर्ण अवधि के दौरान।

 

सामाजिक संबंध :

मित्रों और परिवार के साथ मजबूत सामाजिक संबंध बनाए रखें। अपने विचारों और भावनाओं को साझा करने से तनाव कम करने में मदद मिल सकती है और चुनौतीपूर्ण समय के दौरान एक सहायता प्रणाली प्रदान की जा सकती है।

 

समय प्रबंधन का ध्यान रखें :

प्रभावी समय प्रबंधन तनाव को बढ़ने से रोक सकता है। व्यवस्थित और नियंत्रण में रहने के लिए कार्यों की सूचियाँ बनाएं, प्राथमिकताएँ निर्धारित करें और कार्यों को प्रबंधनीय भागों में बाँट लें।

 

जर्नलिंग :

अपने विचारों और भावनाओं को लिखना तनाव को प्रबंधित करने का एक चिकित्सीय तरीका हो सकता है। यह आपको तनाव ट्रिगर करने वालों की पहचान करने और उनके माध्यम से अधिक प्रभावी ढंग से काम करने की अनुमति देता है।

 

अरोमाथेरेपी :

अरोमाथेरेपी में विश्राम को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक तेलों का उपयोग शामिल है। लैवेंडर, कैमोमाइल और यूकेलिप्टस जैसी सुगंध आपके दिमाग को शांत करने और तनाव को कम करने में मदद कर सकती। तनाव से राहत पाने के लिए आपको मुंबई में होम्योपैथिक क्लिनिक से इस थेरेपी को जरूर करवाना चाहिए। 

 

प्रगतिशील मांसपेशी विश्राम :

इस तकनीक में विभिन्न मांसपेशी समूहों को तनाव देना और फिर आराम देना शामिल है। यह शारीरिक तनाव को दूर करने में मदद करता है, जो अक्सर तनाव से जुड़ा होता है।

 

स्क्रीन समय सीमित करें :

अत्यधिक स्क्रीन समय, विशेष रूप से सोने से पहले, नींद के पैटर्न में बाधा डाल सकता है और तनाव बढ़ा सकता है। इसलिए अपने स्क्रीन उपयोग पर सीमाएँ निर्धारित करें।

 

आभार अभ्यास :

अपने जीवन के सकारात्मक पहलुओं के लिए नियमित रूप से आभार व्यक्त करने से आपका ध्यान तनावों से हट सकता है और आपके समग्र दृष्टिकोण में सुधार हो सकता है।

 

तनाव को कम करने के लिए किस तरह के आहार का सेवन करें ! 

संतुलित आहार : 

एक संतुलित आहार तनाव प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। विभिन्न प्रकार के फल, सब्जियाँ, लीन प्रोटीन और साबुत अनाज का सेवन करें। अत्यधिक कैफीन और चीनी से बचें, जो तनाव बढ़ा सकते है।

 

हर्बल चाय का सेवन करें :

कुछ हर्बल चाय, जैसे कैमोमाइल और वेलेरियन रूट, अपने शांत गुणों के लिए जाने जाते है। हर्बल चाय का गर्म कप पीना सुखदायक हो सकता है और तनाव को कम कर सकते है।

 

हाइड्रेटेड रहें :

निर्जलीकरण आपके मूड को प्रभावित कर सकता है और तनाव बढ़ा सकता है। ठीक से हाइड्रेटेड रहने के लिए दिन भर में खूब पानी पीना सुनिश्चित करें।

 

फाइबर को आहार में शामिल करें :

  • फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ पाचन और मल त्याग को सुविधाजनक बनाने के लिए उत्कृष्ट होते है, साथ ही एससीएफए के उत्पादन को उत्तेजित करके तनाव प्रबंधन में भी सहायता करते है। अगर आपको सोने में परेशानी हो रही है तो सोने से पहले गर्म दूध पीने से मदद मिल सकती है। यह नींद के लिए व्यापक रूप से उपयोग किए जाने वाले भारतीय घरेलू उपचारों में से एक है ।
  • लेकिन दूध लेने के बाद भी नींद की समस्या आपकी ठीक न हो तो इसके लिए आपको मुंबई में होम्योपैथिक डॉक्टर का चयन करना चाहिए। 

 

तनाव को ठीक करने के लिए बेहतरीन क्लिनिक !

अगर आप तनाव से निजात पाना चाहते है तो इसके लिए आपको डॉ. सोनल होम्योपैथिक क्लिनिक का चयन करना चाहिए क्युकी यहां पर तनाव का खात्मा बहुत ही बेहतरीन तरीके से किया जाता है और इसका उपचार होम्योपैथिक तरीके से किया जाएगा तो इस दवाई का भी आपको किसी भी तरह का कोई नुकसान नहीं देखने को मिलेगा।

 

निष्कर्ष :

अच्छे स्वास्थ्य और कल्याण को बनाए रखने के लिए तनाव का प्रबंधन महत्वपूर्ण है। इन उपचारों और आहार प्रथाओं को अपनी दैनिक दिनचर्या में शामिल करने से आपको तनाव से प्रभावी ढंग से निपटने में मदद मिल सकती है। याद रखें कि हर किसी के तनाव ट्रिगर और उससे निपटने के तरीके अलग-अलग होते है, इसलिए यह जानना महत्वपूर्ण है कि आपके लिए सबसे अच्छा क्या काम करता है। तनाव कम करने के लिए सक्रिय कदम उठाकर आप अधिक खुशहाल, स्वस्थ जीवन जी सकते है।

Categories
homeopathy

Is homeopathy a permanent solution for physical and psychological problems?

In today’s world, most people depend on homeopathic treatment. Homeopathy is the most effective and natural procedure. Contact a well-known Homeopathic Clinic in Mumbai for effective treatment of your health problems.

Homeopathy is not similar like other treatments. In homeopathy natural ingredients used. Get in touch with the best Homeopathic Doctor in Mumbai to solve your health problems completely.

Homeopathic treatment is more effective than the other treatments because in homeopathy natural medicines used that allow the body to recover itself.

Homeopathy to cure a variety of health problems such as

  • A physical condition such as asthma

  • A psychological condition such as depression

Types of homeopathy

  • Classical homeopath

  • Complex homeopathy

  • Homotoxicology

Classical homeopathy

Classical homeopathy is a medical practice. In classical homeopathy, one substance treats a person’s symptoms. Classical homeopathy is generally based on the “like cure like” principle.

Classical homeopathy based on such principles

  • Potentization

  • Totality

  • Individuality

  • Minimal dose

Complex homeopathy

Complex homeopathy is basically a mixture of different remedies taken in combination. Complex homeopathy is also known as poly-crest remedies which means the practice of medicines using various substances.

Forms of complex homeopathy

  • Tablets

  • Injectables

  • Drop dosages

Homotoxicology

Homotoxicology is simply a therapy that uses diluted remedies with the aim of eliminating toxins from the body. Homotoxicology is basically the study of toxins.

Some important phases of homotoxicology

  • Deposition

  • Impregnation

  • Degeneration

  • Dedifferentiation

Does homeopathy work instantly?

Within 7 to 10 days after taking medicines the action of it becomes visible. Those patients who display emotions in their daily life are likely to come back very fast to homeopathic medicines. Or in other cases, homeopathic treatment takes some time to display results.

Does homeopathy have complexity?

Homeopathic medicines are highly diluted and also safe. In homeopathy natural medicines used that help the body to heal by itself. Homeopathy is a belief that the body can recover itself. Who practice it use tiny amounts of natural ingredients. They believe that this stimulates the healing process.

Some advantages of homeopathy.

  • Homeopathy cures

  • Homeopathy for a better lifestyle

  • Homeoparthy is safe

  • Homeopathy medicines are easily available

What is special about homeoapthy?

In homeopathy natural substances are used that are diluted multiple times in water until no original substance is left. Homeopathy helps to cure a wide range of health conditions which include, physical conditions as well as psychological conditions. Homeopathy medicines safe and do not cause any side effects. The best thing about homeopathy is each person treated as a unique individual. Homeopathy is safe because homeopathic medicines made of tiny amounts of active ingredients.

Is allopathy better than homeopathy?

Allopathy helps to target specific parts of the body that are affected. There are always chances of infections and side effects in allopathy. On the other hand, homeopathy is a risk-free process and does not cause any side effects and it does not affect other body parts. If you are looking for the finest solution to your health problems, you can feel free to visit Dr sonal’s Homeopathic Clinic.

Categories
homeopathy

How are homeopathic treatments beneficial for the improvement of immunity?

In this modern era, people are also becoming fitness freaks; they do not prefer chemical-based medicines for the treatment of their problems. They prefer medicines with no side effects. Homeopathic  medicines are beneficial for the improvement of the immune system of humans because it does not have any side effects. 

Definition of homeopathic medicines. 

Homoeopathy is a branch of science that is based on the treatment of diseases with diluted substances. It causes the body to heal itself. It is declared that treatment with homeopathic  medicines and remedies is much more effective than the other types of medicines by the Common Sciences and Technology Committee. They are also useful for making your immunity strong. For the treatment of your problems with homeopathy, visit the best homeopathic Clinic in Mumbai

How does being homeopathic  improve your immunity? 

As homeopathic  medicines do not have any side effects, people prefer to eat them only. The 

Other types of medicines are beneficial for the treatment of your problems but are unable to improve immunity. homeopathic  medicines are helpful for immunity growth. 

  • Individualized treatment: Some prescribed remedies involve homeopathy, which is based on the symptoms of an individual’s overall health and lifestyle. It is an idea that is addressed by the person from the mental and emotional state. The human body has a natural defense mechanism that includes the immune system for better support. 
  • Reduction of stress: Stress is responsible for weak immunity. Some homeopathic  doctors consider it as the impact of stress on a person. The prescribed remedies to reduce stress and promote relaxation. It manages stress and can improve the function of the immune system. 
  • Detoxification: homeopathic  remedies are beneficial to support the detoxification processes. It eliminates toxins, improves the function of the body, and also improves the ability of the immune system. 
  • Stimulation of Vital Force: Homoeopathy is based on the concept of a vital force or life energy that animates the body. homeopathic  remedies are thought to stimulate this vital force, promoting overall health and resilience, which could extend to the immune system.
  • Prevention of Recurrent Infections: Homoeopathy is used preventively to address recurrent infections or susceptibility to illnesses. By addressing underlying factors contributing to frequent illnesses, it is believed that the immune system can be strengthened.

Benefits of the homeopathic  treatment

  • Natural and Gentle: The remedies of homeopathic  medicine are natural medicines. They are derived from natural sources like plants, minerals and animals. It is a dilution process that is believed to make them more gentle and there are no harmful side effects of the homeopathic  medicines on the human body.  
  • Individualized Treatment: Homeopathy highlights the treatment of the individual rather than the disease. It is based on the person’s physical, emotional, and mental state to prescribe a remedy that matches their unique symptoms.
  • Holistic Approach: The main aim of homeopathic  treatment is to treat the root cause of symptoms rather than just addressing the symptoms themselves.  Homeopathic treatment follows a holistic approach to the care of health. 
  • Safe for All Ages: The remedies of homeopathy are safe for people of all ages, newborn babies and pregnant ladies, when used under the guidance of a qualified practitioner.
  • Complementary Therapy: Homeopathy can be used alongside conventional medicine as a complementary therapy. It may help manage symptoms and improve overall well-being.

Drawbacks of homeopathic treatment

Homeopathic treatments are much more effective but there are some drawbacks of the homeopathic treatment. 

  • It does not have a long-term effect.
  • Less scientific effects.
  • Not useful in an emergency.
  • Toot many restrictions. 

In this modern era, people prefer homeopathic  treatment instead of other types of treatments. To get a consultation book and an appointment with the best doctor, Dr Sonal Jain, for homeopathic  treatment. Book an appointment with the best Homeopathic Doctor in Mumbai.

Categories
Homeopathic Doctor

How are homeopathic treatments suitable for athletes?

Nowadays, people prefer homeopathic treatment in place of chemical-based medicines. Homeopathy is an alternative medicine. These medicines are useful to excite the healing response. It provides strength to the body to heal itself. It is a holistic system of medicine. These medicines are based on the theory of treatment. Homeopathic medicines are beneficial for long-lasting treatment. These medicines have no side effects on the body. Dr. Sonal Jain is the best homeopathic doctor in Mumbai

What is the scientific definition of homeopathic treatment? 

Homeopathy is a vast branch of science. Homeopathic treatments are based on the usage of diluted substances. It can cause the body to heal itself. A study from the Common Sciences and Technology Committee declared that homeopathic treatments and remedies are more effective than other types of medicines. 

Are homeopathic treatments suited for athletes? 

As homeopathic medicines are safe and cause no side effects, it is suitable for athletes. Sports and other physical activity can cause exertion and make you tired. You can take homeopathic medicines to heal and rejuvenate yourself. Besides this, you have to ensure that you maintain your fitness level, drink plenty of water and take proper rest, 8 hours sleep. Your body will take time to adjust to the changes but will eventually become habitual. 

Homeopathic treatment is specific for each physical problem

The problems that occur because of physical activities can be treated with homeopathic treatment. There are some treatments that are beneficial for the prevention of dehydration for a longer time and any long event, like marathon races and trekking. These treatments are also helpful for reducing the risk of muscle cramps and spasms or problems related to digestive issues such as nausea, bloating and diarrhea. Others can ensure better recovery of muscles and psychological support with the reduction of anxiety and stress. 

Homeopathy, compatible and high-level sport

Homeopathy science has proven that it is faithful to high level sport, since it does not interact with other medicines. It has contraindications and no doping effects. This type of medicine is used as sports medicine, it is also used with the combination of therapeutic practices for monitoring the athletes at any level. Homeopathic medicines are effective for the potential side effects that are caused by the other allopathic medicines. It has no drug interaction with any current treatment. Homeopathy is never doping. Athletes can use it in a combined treatment incorporating homeopathy for contusions, sprains, fractures, black eyes or nose bleeds caused by trauma.

What are the benefits of homeopathic medicines? 

  • Natural and Gentle: The remedies of homeopathic medicine are natural medicines. They are derived from natural sources like plants, minerals and animals. It is a dilution process that is believed to make them more gentle and there are no harmful side effects of the homeopathic medicines on the human body.  
  • Individualized Treatment: Homeopathy emphasizes treating the individual rather than the disease. Practitioners consider a person’s physical, emotional, and mental state to prescribe a remedy that matches their unique symptoms.
  • Holistic Approach: Homeopathy follows a holistic approach to healthcare, taking into account the interconnectedness of the body and mind. It aims to treat the root cause of symptoms rather than just addressing the symptoms themselves.
  • Safe for All Ages: Homeopathic remedies are generally considered safe for people of all ages, including infants and pregnant women when used under the guidance of a qualified practitioner.
  • Complementary Therapy: Homeopathy can be used alongside conventional medicine as a complementary therapy. It may help manage symptoms and improve overall well-being.
  • No Known Drug Interactions: Due to the highly diluted nature of homeopathic medicines, they are not known to interact adversely with conventional medications.

In this modern era, people prefer homeopathic treatment instead of other types of treatments. To get a consultation book and an appointment with the best doctor, Dr. Sonal Jain, for homeopathic treatment. Book an appointment with the best Homeopathic Clinic in Mumbai.